Submitted By : Mohammad Imran

वो मुझे भूल जाये, ये मुमकिन ही नहीं, वो खुद को भुला सकते हैं,
फूलों की महक चुराना मुमकिन ही नहीं, वो चमन को जला सकते हैं |


Date : April 23, 2012 9:29:04

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