Submitted By : Md Irfan

 किसकी ये सदा के आवाज़ कानो को छु जाती है,
हर सिम्त यही गुनगुनाहट सी सरसराती है ,
उसने शायद सर से सरका दिया है आँचल को,
खुशबु आती जाती हवाओं की यही बताती है.



Email ID : irfan.tspl@live.in
Date : August 14, 2012 10:54:54

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Comments for current Article
Name : JimmiXS
Comment : sfTFEB http://www.FyLitCl7Pf7kjQdDUOLQOuaxTXbj5iNG.com
Comment Posted on : August 11, 2016 5:07:38